नेकी और मानवता की मिसाल पेश कर रहे पूर्व प्रधान एव समाजसेवी मुकेश दुमका।
भीषण गर्मी और तपते पार से जहां हर कोई परेशान है और इस भीषण गर्मी से निजात पाने के तरीका ढूंढ रहा है।इंसान तो इंसान जानवर भी इस भीषण गर्मी से परेशान है।
चूंकि काफी समय से बरसात न होने की वजह से जंगलों में नदी नाले पूर्ण रूप से सूख चुके हैं और जानवर पानी की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर हैं इसी क्रम में समाजसेवी एवं पूर्व प्रधान मुकेश दुमका ने बीड़ा उठाया जानवरों को पानी मुहैया कराने का। अपने कुछ युवा साथियों को लेकर वह निकल जाते हैं टैंकरों में पानी लेकर और जंगल के अंदर बड़े-बड़े से गड्ढे खोदकर उन में पानी भरकर जानवरों को पानी उपलब्ध करा रहे है। मुकेश दुमका ने बताया कि उनका जंगलों से काफी पुराना नाता रहा है तो वह इस भीषण गर्मी में पानी से परेशान जानवरों को अनदेखा नहीं कर पाए। विगत कुछ दिनों से वह सुबह अपने साथियों के साथ जंगल की तरफ निकल जाते हैं और पूरे दिन जगह-जगह जानवरों को पानी मुहैया कराते हैं उनका कहना है कि उनका यह अभियान लगभग जून के पूरे महीने चलेगा और जब तक की बारिश जंगलों के अंदर खाली पड़े जलाशय को नहीं भर देती वह इस अभियान को जारी रखेंगे। उनकी इस उनकी इस पहल को देखते हुए अब कई और युवा भी इस अभियान में जुड़ चुके हैं। गौरतलब है कि आज के दौर में जहां इंसान एक दूसरे इंसान के काम आने को तैयार नहीं है ऐसे में बेजुबान जानवरों को पानी मुहैया करा कर वह एक नेकी की मिसाल पेश कर रहे हैं।